Friday, 28 October 2011

प्राणी मात्र का अध्यात्मिक मार्गदर्शन करने के उद्देश्य से प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की स्थानीय शाखा प्रभु उपहार भवन की ओर से गांव बरारी में 'मन की खुशी' विषय पर सेमीनार करवाया गया। विश्वविद्यालय की स्थानीय संचालिका बीके पुष्पा ने कहा कि राजयोग के माध्यम से आत्मा का परमपिता परमात्मा से संपर्क स्थापित होता है, जिससे प्राणी के जीवन में अविनाशी सुख-शाति-पवित्रता का सूर्योदय होता है। उन्होंने कहा कि आज हमारे मन की अशांति का कारण यह है कि हमारी आत्मा अपने आप को भूल गई है और मन विकारों व अवगुणों से भर चुका है। इसलिए इन बुराइयों से छुटकारा पाने के लिए परमपिता ब्रह्मा बाबा के दिखाए मार्ग पर चलना होगा। सेमिनार में लोभ, मोह, अहकार से छुटकारा पाने तथा सदैव धर्म की जीत को दर्शाती हुई प्रस्तुतियों से समा बंध गया


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