Wednesday 6 March 2019

बिना सकारात्मक आंतरिक चेतना के नही होगा विकास

बिना सकारात्मक आंतरिक चेतना के नही होगा विकास

उरई। हम विकसित देशो की श्रेणी मे खड़े होने का भरपूर प्रयास कर रहे है। इसके साथ सफलता भी मिल रही है। परन्तु समाज मे फैल रही दुर्भावनाये और हिंसा चिंता का सबब बनती जा रही है। इसके लिये कि व्यक्तिगत स्तर पर सकारात्मक आन्तरिक चेतना के विकास को महत्व दिया जाये।
उक्त बात प्रजापति ब्रह्माकुमारी ने कही ईश्वरीय विश्व विद्यालय माउट आबू राजस्थान के पूरे भारत मे 50 स्कूलो मे नैतिक शिक्षा का अलख जगाकर इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड मे अपना नाम दर्ज कराने वाले राजयोगी ब्रह्माकुमार भगवान भाई बोले। सरस्वती विद्या मंदिर इण्टर कॉलेज, भाई सरदार बल्लभ भाई पटेल इण्टर कॉलेज, बीकेडी एल्ड्रिच पब्लिक स्कूल के छात्रों को नैतिक शिक्षा विषय पर राजयोगी भगवान भाई ने कहा कि आज समाज, देश व विश्व की क्या स्थिति है इसके बारे मे हम अच्छी तरह जानते है केवल भौतिक विकास से ही हमारा सर्वागीण विकास नही हो सकता बल्कि नैतिक विकास से समाज और परिवार मे मूल्य विकसित से समाज और परिवार मे मूल्य विकसित होते है। इससे ही परिवारिक, सामाजिक और वैश्विक स्तर पर सम्पूर्ण रूप से विकसित हो सकेंगे। मीना बहन ने कहा कि नशामुक्त, तनाव मुक्त तथा बेहतर कर्म करने की प्रेरणा देती है। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक साहित्य, आचरण से समाज मे दिनोदिन उत्पन्न समाज मे दिनोदिन उत्पन्न हो रही है। प्रधानाचार्य राजेन्द्र प्रसाद मिश्र ने सम्बोधित करते हुये कहा कि वर्तमान की परिस्थितियो को देखते हुये उन परिस्थितियो का सामना करने के लिये नैतिक शिक्षा की बहुत ही आवश्यकता है।

बीकेडी के प्रबधक अजय इटौदिया ने कहा कि वर्तमान की परिवेश्य मे नैतिक शिक्षा की आवश्यकता है। बीके बृजभान भाई ने ब्रह्माकुमारी संस्था का परिचय दिया। इस कार्यक्रम मे डा.शिवकुमार पटेल, सुशील गुप्ता, रामस्वरूप पाठक, बैकठेश भाई, विवेक कुमार आदि उपस्थति रहे।

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