Sunday 5 June 2016

100 साल की हुई दादी जानकी, लंदन, जर्मनी सहित कई देशों से मिल चुका है सम्‍मान

100 साल की हुई दादी जानकी, लंदन, जर्मनी सहित कई देशों से मिल चुका है सम्‍मान



प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी जानकी ने 100 वर्ष पूर्ण कर लिए है.
इस अवसर को पूरा ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय, आबूरोड और विश्‍वभर में बसे प्रशंसक समारोह पूर्वक मना रहे है.
100 साल की हुई दादी जानकी, लंदन, जर्मनी सहित कई देशों से मिल चुका है सम्‍मान
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3 दिवसीय आयोजन
ब्रह्माकुमारीज संस्था की मुख्य प्रशासिका दादी जानकी के शताब्दी महोत्सव को लेकर आबूरोड के शांतिवन परिसर में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है.  जिसमें देशभर से जानी मानी हस्तियों शिरकत कर रही है. समारोह के पहले दिन 29 जनवरी को रात्रि में आयोजित सांस्‍कृतिक संध्या में प्रसिद्ध संगीतकार अभिजीत भट्टाचार्य, साधना सरगम, हरीश मोयल ने अपनी प्रस्तुति देकर समा बांधा इस.  दौरान हजारों लोग मौजुद रहे. तीन दिवसीय कार्य्रकम में नेपाल के पूर्व राष्ट्रपति, केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, गोवा, गुजरात और झारखंड के राज्यपाल सहित कई देश की जानी मानी हस्तियां भाग लेगी.
स्‍वच्‍छ भारत मिशन की है ब्रांड एम्‍बेसडर
दादी जानकी को हाल ही में भारत सरकार के शहरी विकास मंत्रालय ने स्‍वच्‍छ भारत मिशन का ब्रांड एम्‍बेसडर बनाया है. दादी जानकी बतौर भारत में किसी भी कैम्‍पेनिंग की सबसे वयोवृद्व ब्रांड एम्‍बेसडर है.
लंदन के संसद हाउस ऑफ कामन्स से सम्‍मानित
पश्चिमी देशों में भारतीय संस्कृति की पुनर्स्‍थापना के योगदान के लिए लंदन के संसद हाउस ऑफ कामन्स में भारत गौरव लाईफ टाईम एचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया था. यह सम्मान भारत सहित पूरे विश्व के कई देशों में आध्यात्मिकता एवं भारतीय संस्कृति के प्रचार प्रसार में महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया.
16 वर्ष की उम्र से सक्रिय
ब्रह्माकुमारीज संस्था की मुख्य प्रशासिका 100 वर्षीय राजयोगिनी दादी जानकी 16 वर्ष की ही उम्र में संस्था से जुड़ी. 1974 में विदेशों में भारतीय संस्कृति एवं मूल्यों की पुनस्‍थापना के लिए गयी. 100 वर्ष की उम्र में भी वह प्रतिदिन 18 घंटे से अधिक काम करतीहै. देश विदेशकी यात्राएं कर विभिन्‍न भाषाओं में संस्‍कृति का प्रचार प्रसार कर रही है.
140 देशों में है मौजूदगी
दादी जानकी वर्तमान में पूरे विश्व के 140 देशों में फैले संस्थान का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. धीरे धीरे उन्होंने 105 देशों में भ्रमण कर लोगों में आध्यात्मिकता की अलख जगाई. दादी जानकी महिलाओं, युवाओं तथा सभी वर्गों के लोगों में मूल्यों की स्थापना के लिए प्रयासरत रही है.
कई कार्यक्रम लांच
दादी जानकी के प्रयासों तथा उनके विजन को आगे ले जाने के लिए इस मौके पर स्वच्छ भारत अभियान, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, महिला सशक्तिकरण अभियान , नशामुक्ति अभियान, सशक्त युवा से सशक्त भारत प्रोजेक्ट, स्वास्थ्य एवं खुशी के लिये राजयोग मेडिटेशन तथा शाश्वत यौगिक खेती की राष्ट्रीय स्तर पर लॉन्चिंग होगी.

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