Publish Date:Tue, 09 May 2017 04:18 PM (IST)
रुद्रप्रयाग : सरस्वती विद्या मंदिर बेलनी में छात्रों एवं शिक्षकों के जीवन में नैतिक शिक्षा का महत्व विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें व्यावहारिक ज्ञान एवं अन्य बातों के लिए प्रेरणा की आवश्यकता पर विशेष जोर दिया गया। इसके अलावा अपराध मुक्त समाज के लिए चरित्रवान होना जरूरी है।
कार्यशाला में ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू के राजयोगी ब्रह्माकुमार भगवान भाई ने कहा कि बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए भौतिक शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा भी आवश्यक है। जो शिक्षा विद्यार्थियों को अंधकार से प्रकाश की ओर, असत्य से सत्य की ओर एवं बंधनों से मुक्ति की ओर ले जाए, वही असली शिक्षा है। अपराध मुक्त समाज के लिए संस्कारित शिक्षा जरूरी है। कहा कि गुणवान व चरित्रवान बच्चे ही देश की सच्ची संपत्ति हैं। ब्रह्मकुमारी ममता बहन ने कहा कि वर्तमान समय कुसंग, सिनेमा, व्यसन और फैशन से युवा पीढ़ी भटक रही है। आध्यात्मिक ज्ञान एवं नैतिक शिक्षा से युवा पीढ़ी को नई दिशा मिल सकती है। विद्यालय के प्रधानाचार्य मनोज कुकरेती ने व्यसन छोड़ नैतिक मूल्यों को अपनाने की अपील की। कार्यशाला में विद्यालय के शिक्षक एवं छात्र उपस्थित थे।
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