भौतिक शिक्षा के साथ साथ विद्यार्थी को भावनात्मक, नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा देना बेहद जरूरी है अन्यथा युवा पथभ्रष्ट होकर अपराध, डिप्रेशन, आत्महत्या आदि गर्त में जाने वाले रास्तों की ओर अग्रसर हो जाते हैं। बच्चों के हाथों में देश का भविष्य है। बच्चों का चहुंमुखी विकास होगा तभी देश का चहुंमुखी विकास संभव है। ब्रह्माकुमारीज के माउंट आबू स्थित इंटरनेशनल मुख्यालय से आए भगवान भाई मुख्यवक्ता के तौर पर स्कूलों में बोल रहे थे। राजकीय कन्या हाई स्कूल, उझाना गांव एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज, नरवाना में तनाव मुक्ति कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें सैकड़ों विद्यार्थियों अध्यापकों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। राजकीय स्कूल के प्रिंसिपल राजकुमार रोहिल्ला एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल सुनीलदत्त ने भगवान भाई एवं ब्रह्माकुमारीज संस्था की सराहना की और प्रशंसा पत्र भेंट किया।
5000 स्कूल कॉलेजो में और 800 जेलों कारागृह में नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाया है जिससे इनका नाम इंडिया बुक रिकार्ड में दर्ज है ब्रह्माकुमारीज़ माउंट आबू में ईश्वरीय सेवा में 35 वर्षो से समर्पित है.
Saturday, 14 March 2015
नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा
भौतिक शिक्षा के साथ साथ विद्यार्थी को भावनात्मक, नैतिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा देना बेहद जरूरी है अन्यथा युवा पथभ्रष्ट होकर अपराध, डिप्रेशन, आत्महत्या आदि गर्त में जाने वाले रास्तों की ओर अग्रसर हो जाते हैं। बच्चों के हाथों में देश का भविष्य है। बच्चों का चहुंमुखी विकास होगा तभी देश का चहुंमुखी विकास संभव है। ब्रह्माकुमारीज के माउंट आबू स्थित इंटरनेशनल मुख्यालय से आए भगवान भाई मुख्यवक्ता के तौर पर स्कूलों में बोल रहे थे। राजकीय कन्या हाई स्कूल, उझाना गांव एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज, नरवाना में तनाव मुक्ति कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें सैकड़ों विद्यार्थियों अध्यापकों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। राजकीय स्कूल के प्रिंसिपल राजकुमार रोहिल्ला एवं पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्रिंसिपल सुनीलदत्त ने भगवान भाई एवं ब्रह्माकुमारीज संस्था की सराहना की और प्रशंसा पत्र भेंट किया।
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