5000 स्कूल कॉलेजो में और 800 जेलों कारागृह में नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाया है जिससे इनका नाम इंडिया बुक रिकार्ड में दर्ज है ब्रह्माकुमारीज़ माउंट आबू में ईश्वरीय सेवा में 35 वर्षो से समर्पित है.
Tuesday, 26 October 2021
Monday, 1 February 2021
करगणी, शेटफळे, पात्रेवाडी, माळेवाडी, तळेवाडी भगवान दगडू चवरे तळेवाडी ब्रह्माकुमार भगवानभाईंनी सांगली महाराष्ट्र मानपत्र : रद्दीच्या कागदावरील शिवसंदेश
प्रश्न १. तळेवाडी हे गाव कोणत्या जिल्ह्यात व तालुक्यात आहे?
Talewadi village is in Talewadi taluka of Sangli district in state of Maharashtra. Talewadi village distance from district place Sangli is about 90 Km.
Talewadi village is in Talewadi taluka of Sangli district in state of Maharashtra. Talewadi village distance from district place Sangli is about 90 Km. Talewadi village distance from taluka place Atpadi is about 23 Km. Talewadi village area is 1904.00 hector. According to 2011 census population of Talewadi village is 2180. About 435 families lives in Talewadi village. Total male population is 1093 and female population is 1087. Talewadi village does not have post office. Pincode of village Talewadi is 415306. Public state transport services are available in village Talewadi. Talewadi does not have railway station. Talewadi is not on the national highway. Talewadi is not on the state highway. Talewadi is not on the district road. Talewadi does not have commercial/nationalise banks. Talewadi does not have co-operative banks. Talewadi has agriculture credit societies. Talewadi does not have agriculture credit societies. Talewadi has self help groups. Talewadi does not have daily market. Talewadi does not have weekly market. Talewadi does not have public library. Talewadi has newspaper services.
भगवान दगडू चवरे अर्थात बी.के भगवान भाई जन्मस्थान मुक्काम तळेवाडी पोस्ट करगणी तालुका आटपाडी जिल्हा सांगली महाराष्ट्र TALEWADI SANGLI N
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भगवान दगडू चवरे अर्थात बी.के भगवान भाई
· जन्मस्थान मुक्काम तळेवाडी पोस्ट करगणी तालुका आटपाडी जिल्हा सांगली महाराष्ट्र
·
वर्तमान
समय माउंट आबू राजस्थान में प्रजापिता ब्रह्माकुमारीज
ईश्वरीय विश्व विद्यालय में पिछले 35 वर्षो से ईश्वरीय सेवा में समर्पित
है
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सांगली
दि. 15 : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालयाचे मुख्यालय असलेल्या माऊंट अबू येथील ब्रह्माकुमार
भगवानभाईंनी केलेल्या उल्लेखनीय कामगिरीची दखल घेवून त्यांच्या
कार्याची “इंडिया बुक ऑफ रेकार्ड’ मध्ये
नुकतीच नोंद झाली असून
दिल्ली येथे एका विशेष
समारंभामध्ये इंडिया बुक ऑफ रेकार्डचे
मुख्य संपादक विश्वरूपराय चौधरी यांच्या हस्ते त्यांना सन्मानित करण्यात आले. भगवानभाईंनी आतापर्यंत
भारतातील विविध प्रांतातील 5000 शाळा, महाविद्यालयांमध्ये जाऊन लाखो विद्यार्थ्यांना
मूल्यनिष्ठ शिक्षणाद्वारे नैतिक व अध्यात्मिक विकासासाठी
उद्बोधन केले आहे.
800 कारागृहांमध्ये जाऊन हजारो कैद्यांना
गुन्हेगारी सोडून आपल्या जीवनामध्ये सद्भावना, मूल्य
तसेच मानवतेला स्थापित करण्यासाठी प्रेरित केले आहे. या
कार्याची नोंद घेवून त्यांची
या पुरस्कारासाठी निवड करण्यात आली.
सत्कारानंतर प्रतिक्रिया व्यक्त करताना ब्र. कु.भगवानभाई
म्हणाले, समाजामधील भ्रष्टाचार, व्यसनाधिनता, गुन्हेगारी समाप्त करावयाची असेल तर त्यासाठी
शिक्षणामध्ये परिवर्तनाची आवश्यकता आहे. शाळा/ महाविद्यालयांमधूनच
समाजाच्या प्रत्येक क्षेत्रामध्ये व्यक्ती प्रवेश करते. आजचा विद्यार्थीच उद्याचा
समाज आहे. म्हणूनच समाजाच्या
विकासासाठी शिक्षणामध्ये मूल्य व अध्यात्मिकतेचा समावेश
करण्याची आवश्यकता आहे. सांगली जिल्ह्यात
आटपाडी तालुक्यातील तळेवाडी या छोट्याशा खेड्यात
एका निरक्षर व गरीब कुटुंबात
जन्मलेल्या भगवानभाईंना लिहिण्या- वाचण्यासाठी वही, पुस्तकेसुध्दा मिळत
नव्हती. वयाच्या 11 वर्षी त्यांनी शाळेत जायला सुरूवात केली. ते जुन्या रद्दीमधील
वह्यांची कोरी पाने व
शाईने लिहिलेली पाने पाण्याने धुवून,
सुकवून त्या पानांचा उपयोग
लिहिण्यासाठी करीत. अशाच रद्दीमध्ये त्यांना
ब्रह्माकुमारी संस्थेच्या एका पुस्तकाची काही
पाने मिळाली. या रद्दीतील पानानींच
त्यांचे जीवन बदलून गेले.
त्या पानावर असलेल्या पत्त्यावरून ते ब्रह्माकुमारीसंस्थेमध्ये पोहचले व तेथील ईश्वरीय
ज्ञान व राजयोगाचा अभ्यास
करून आपले मनोबल वाढविले
व त्या फलस्वरूप माऊंट
अबू येथील आपले सेवाकार्य सांभाळून
आजपर्यंत त्यांनी 5000 शाळा, महाविद्यालये व 800 कारागृहात जाऊन या सेवेचे
एक रेकॉर्ड प्रस्थापित केले. वर्तमानसमयी ब्रह्माकुमार भगवानभाई ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालयाच्या शांतीवन या मुख्यालयातील विशाल
किचनमध्ये सेवारत असून अनेक मासिकातून
तसेच वृत्तपत्रातून आतापर्यंत 2000 हून अधिक लेख
लिहिले आहेत. त्यांना मिळालेल्या या सन्मानाबद्दल कोल्हापुर
सेवाकेंद्राच्या संचालिका ब्रह्माकुमारी सुनंदा बहेनजी व शिक्षणाधिकारी (माध्य.)
मकरंद गोंधळी यांनी त्यांचे अभिनंदन केले.
· ब्रह्माकुमार भगवान भाई का बायो डाटा
·
*बी के भगवान
भाई ने भारत और
नेपाल के 8000 स्कूलो,कालेजो के युवाओ को
नैतिक शिक्षा और चरित्र निर्माण
का पाठ पढ़ाया है
तथा 900 कारागारों (जेलो)में कैदियों
को अपराध मुक्त ,नशा और क्रोध
मुक्त बनने के पाठ
पढ़ाया है जिस कारण
उनका नाम इंडिया बुक
ऑफ रिकार्ड में भी दर्ज
है ।
·
* बायो
--डाटा (परिचय ) ब्रह्माकुमार भगवान भाई आबू पर्वत
राजस्थान
·
* सेवास्थान
मुख्यालय ब्रह्माकुमारीज माउंट आबू के शांतिवन
में सीनियर राजयोगा टीचर और किचन
विभाग में सेवा
·
* लेखक,
विभिन्न मगैनेस न्यूज पेपरों में * शैक्षिक योग्यता: 10 वीं और आय
.टी .आय .
·
*जन्म
तिथि: 1जून 1965 में महाराष्ट्र के
सांगली जिले के एक
छोटेसे तलेवाडी गाव में एक
साधारण परिवार में हुआ
·
*ईश्वरीय
ज्ञान 1982 में एक रद्दी
के किताब में ईश्वरीय संदेश
मिला *सेवामें समर्पित कब से 1987: *सेवाये
जैसे, ग्राम विकास अभियान में , शिव सन्देश रथ
यात्रा, मूल्य शिक्षा अभियान युवा पद यात्रा
आदि में भाग लिया
ह*स्कूल कालेजो शैक्षणिक संस्थाओं में नैतिक शिक्षा
का पाठ पढ़ाया है
·
*जेलो
में बालसुधारगग्रहो में अपराधमुक्त बनने
के पाठ पढ़ाया है
·
* तनाव
मुक्ति सकारात्मक चिंतन कैसे करे इसके
पाठ भी पोलिस स्टेशन
, मिलेट्री , कारखाने, जेल सामजिक सस्थान
,आदि जगह पर पढ़ाये
सांगली जिल्ह्यात KARGNI ATPADI SANGLI TALEWADI BRAHMAKUMARI SHANTIVAN ब्रह्माकुमारी आटपाडी तळेवाडी
सांगली जिल्ह्यात KARGNI ATPADI SANGLI TALEWADI BRAHMAKUMARI SHANTIVAN ब्रह्माकुमारी आटपाडी तळेवाडी
कलियुग अभी बच्चा नहीं है बल्कि बुढ़ा हो गया है इसका विनाश निकट है और शीघ्र ही सतयुग आने वाला है I
कलियुग अभी बच्चा नहीं है बल्कि बुढ़ा हो गया है इसका विनाश निकट है और शीघ्र ही सतयुग आने वाला है I
इसका विनाश निकट है और शीघ्र ही सतयुग आने वाला है I
आज बहुत से लोग कहते है , ” कलियुग अभी बच्चा है अभी तो इसके लाखो वर्ष और रहते है शस्त्रों के अनुसार अभी तो सृष्टि के महाविनाश में बहुत काल रहता है I ”
परन्तु अब परमपिता परमात्मा कहते है की अब तो कलियुग बुढ़ा हो चूका है I अब तो सृष्टि के महाविनाश की घडी निकट आ पहुंची है I अब सभी देख भी रहे है की यह मनुष्य सृष्टि काम, क्रोध,लोभ,मोह तथा अहंकार की चिता पर जल रही है I सृष्टि के महाविनाश के लिए एटम बम, हाइड्रोजन बम तथा मुसल भी बन चुके है I अत: अब भी यदि कोई कहता है कि महाविनाश दूर है, तो वह घोर अज्ञान में है और कुम्भकर्णी निंद्रा में सोया हुआ है, वह अपना अकल्याण कर रहा है I अब जबकि परमपिता परमात्मा शिव अवतरित होकर ज्ञान अमृत पिला रहे है, तो वे लोग उनसे वंचित है I
आज तो वैज्ञानिक एवं विद्याओं के विशेषज्ञ भी कहते है कि जनसँख्या जिस तीव्र गति से बढ रही है, अन्न की उपज इस अनुपात से नहीं बढ रही है I इसलिए वे अत्यंत भयंकर अकाल के परिणामस्वरूप महाविनाश कि घोषणा करते है I पुनश्च, वातावरण प्रदुषण तथा पेट्रोल, कोयला इत्यादि शक्ति स्त्रोतों के कुछ वर्षो में ख़त्म हो जाने कि घोषणा भी वैज्ञानिक कर रहे है I अन्य लोग पृथ्वी के ठन्डे होते जाने होने के कारण हिम-पात कि बात बता रहे है I आज केवल रूस और अमेरिका के पास ही लाखो तन बमों जितने आणविक शस्त्र है I इसके अतिरिक्त, आज का जीवन ऐसा विकारी एवं तनावपूर्ण हो गया है कि अभी करोडो वर्ष तक कलियुग को मन्ना तो इन सभी बातो की ओर आंखे मूंदना ही है परन्तु सभी को याद रहे कि परमात्मा अधर्म के महाविनाश से ही देवी धर्म की पुन: सथापना भी कराते है I
अत: सभी को मालूम होना चाहिए कि अब परमप्रिय परमपिता परमात्मा शिव सतयुगी पावन एवं देवी सृष्टि कि पुन: स्थापना करा रहे है I वे मनुष्य को देवता अथवा पतितो को पावन बना रहे है I अत: अब उन द्वारा सहज राजयोग तथा ज्ञान- यह अनमोल विद्या सीखकर जीवन को पावन, सतोप्रधन देवी, तथा आन्नदमय बनाने का सर्वोत्तम पुरुषार्थ करना चाहिए जो लोग यह समझ बैठे है कि अभी तो कलियुग में लाखो वर्ष शेष है, वे अपने ही सौभाग्य को लौटा रहे है!
अब कलियुगी सृष्टि अंतिम श्वास ले रही है, यह मृत्यु-शैया पर है यह काम, क्रोध लोभ, मोह और अहंकार रोगों द्वारा पीड़ित है I अत: इस सृष्टि की आयु अरबो वर्ष मानना भूल है I और कलियुग को अब बच्चा मानकर अज्ञान-निंद्रा में सोने वाले लीग “कुम्भकरण” है I जो मनुष्य इस ईश्वरीय सन्देश को एक कण से सुनकर दुसरे कण से निकल देते है उन्ही के कान ऐसे कुम्भ के समान है, क्योंकि कुम्भ बुद्धि-हीन होता है I