5000 स्कूल कॉलेजो में और 800 जेलों कारागृह में नैतिक शिक्षा का पाठ पढ़ाया है जिससे इनका नाम इंडिया बुक रिकार्ड में दर्ज है ब्रह्माकुमारीज़ माउंट आबू में ईश्वरीय सेवा में 35 वर्षो से समर्पित है.
Saturday, 7 November 2015
अहंकार को नष्ट करना जरूरी
समाज में बढ़ती हिंसा तथा अपराध एक चिंतनीय विषय है। नैतिक शिक्षा के द्वारा अपराध मुक्त समाज का निर्माण किया जा सकता है। इसलिए अपराध मुक्त समाज के लिए नैतिक शिक्षा का आवश्यक होना जरूरी है। यह बातें शुक्रवार को प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय मुख्यालय माउंट आबू से पधारे राजयोगी ब्रह्मकुमार भगवान भाई ने कहीं। उन्होंने कहा कि कुसंग, व्यसन, सिनेमा और फैशन से आज की युवा पीढ़ी भटक रही है। इन्हीं कारणों से वर्तमान समय अपराध बढ़ते जा रहे हैं। भगवान भाई ने कहा कि नैतिक शिक्षा और आध्यात्मिकता से ही युवा पीढ़ी को सही दिशा मिल सकती है। नैतिक शिक्षा से ही मानवीय मन में रचनात्मक और सकारात्मक चेतना का विकास होता है। आज समाज, देश व विश्व की स्थिति किसी से छिपी नहीं है।
अहंकार को नष्ट करना जरूरीभगवान भाई ने कहा कि नैतिक शिक्षा से समाज में फैली हुई घृणा, नफरत, बैर विरोध और अहंकार को नष्ट किया जा सकता है। शिक्षा का मूल उद्देश्य बताते हुए भगवान भाई ने कहा कि चरित्रवान बनना, विकार, व्यसन, नशा और बुराइयों से स्वयं को मुक्त करना ही शिक्षा का मूल उद्देश्य है। जो ज्ञान, अज्ञान रूपी अंधकार से ज्योति या प्रकाश की ओर असत्य से सत्य की ओर ले जाए वहीं सच्चा ज्ञान है।
जीवन में सदगुण आवश्यकभगवान भाई ने बताया कि हमारे व्यवहारिक जीवन में परोपकार, त्याग, उदारता, नम्रता, सहनशीलता, आदि सदगुण नहीं आते तब तक हमारी शिक्षा अधूरी है। उन्होंने कहा कि आज के बच्चे कल का समाज हैं। अगर कल के समाज को अपराध मुक्त बनाना चाहते हो तो वर्तमान के बच्चों को नैतिक शिक्षा से संस्कारित करने की आवश्यकता है। संस्कारित शिक्षा की कमी ही वर्तमान समय अपराधों का मूल कारण है। कार्यक्रम को स्कूल प्राचार्य भगवती प्रसाद पठारिया, स्थानीय ब्रह्मकुमारी सेवा केंद्र बीके निलीमा ने भी संबोधित किया। अंत में राजयोग कराया गया।
कार्यक्रमशुक्रवार को नगर के कन्या हायर सेकंडरी में ब्रहाकुमारी विश्वविद्यालय के भगवान भाई का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
Subscribe to:
Posts (Atom)